Modi's UNGA Speech: हमने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं
वन्दे मातरम्
( प्रशान्त द्विवेदी )
संयक्त राष्ट्र महासभा यानी UNGA में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिए हैं । भारत की 3000 सालों की परंपरा में अपनापन रहा है ।
पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाने के मिशन में सबसे बड़ा बलिदान अगर किसी देश ने दिया है, तो वो देश भारत है. हम उस देश के वासी हैं जिसने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिए हैं और पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया है ।
प्रधानमंत्री मोदी ने यूएन के मंच से जानकारी दी कि अगले 5 सालों में हम जल संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही 15 करोड़ घरों को पानी की सप्लाई से जोड़ने वाले हैं. 2022 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष का पर्व मनाएगा, तब तक हम गरीबों के लिए 2 करोड़ और घरों का निर्माण करने वाले हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत एक विकासशील देश होने के बावजूद दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम सफलतापूर्वक चलाता है. इसके तहत जब 50 करोड़ लोगों को हर साल 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है, तो उसके साथ बनी संवेदनशील व्यवस्थाएं पूरी दुनिया को एक नया मार्ग दिखाती हैं ।
है ।
आतंक पर बंटी हुई दुनिया किसी के हित में नहीं हैं और ऐसी बंटी हुई दुनिया यूएन के जन्म के सिद्धांत पर चोट करती है. भारत की आवाज में दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता और आक्रोश दोनों हैं. आतंकवाद पर बिखरी दुनिया किसी का हित नहीं कर सकती है. -पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएन में कहा कि आतंक के खिलाफ दुनिया का एकजुट होना जरूरी है और भारत ने विश्व को हमेशा से शांति और भाईचारे का संदेश दिया है । आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं ।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस समय जिन विषयों को उठा रहा है और जिन नए वैश्विक मंचों के निर्माण के लिए भारत आगे आया है, उसका आधार वैश्विक चुनौतियां हैं । इन वैश्विक विषयों और गंभीर समस्याओं के समाधान का सामूहिक प्रयास करना भारत की सोच है और इसके लिए प्रभावी कदम हमारी सरकार की ओर से उठाए जा रहे हैं । भारत प्राकृतिक आपदाओं का मजबूती से सामना करने वाले आधारभूत ढांचा बनाने में मदद करने वाला संगठन सीडीआरआई बनाने में जुड़ा है ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीन हजार सालों से भारत की परंपरा अपनेपन की रही है और हम सभी स्थानों के लिए अपनेपन का भाव रखते हैं. हमारा भाव है कि सभी लोग अपने हैं. वहीं मैं कहना चाहता हूं कि ग्लोबल वॉर्मिंग में भारत का योगदान बहुत ही कम रहा है लेकिन इसके समाधान के लिए कदम उठाने वालों में भारत अग्रणी देशों में रहा है ।
पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को 130 करोड़ भारतीयों की तरफ से संबोधित करना, मेरे लिए गौरव का अवसर है और आज यहां आते समय मैंने संयुक्त राष्ट्र की इमारत की दीवार पर मैंने पढ़ा- “नो मोर सिंगल यूज प्लास्टिक”.मैं इस सभा को ये बताना चाहता हूं कि आज जब मैं आपको संबोधित कर रहा हूं, उस वक्त हम पूरे भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए एक बड़ा अभियान चला रहे हैं ।
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व ने भले ही टी.बी. से मुक्ति के लिए वर्ष 2030 तक का समय रखा हो, लेकिन हम 2025 तक भारत को टी.बी. मुक्त करने के लिए काम कर रहे हैं. इसके अलावा आने वाले 5 वर्षों में हम जल संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही 15 करोड़ घरों को पानी की सप्लाई से जोड़ने वाले हैं. हमने पूरी दुनिया को प्रेरक संदेश दिया है और हमारे सपने विश्न के सपनों के साथ आगे बढ़ रहे हैं ।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में हुए चुनाव में मिले भारी जनादेश की बदौलत मैं आपके बीच में हूं. मुझे और मेरी सरकार को जनता ने चुना है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा बैंक खाते खुलवाए गए हैं. सरकार ने दुनिया भर के गरीबों में विश्वास जगाया है ।
@ तारकेश्वर टाईम्स की खबर
Requirements Reporters All Dust. & Tahseel Label Contact - 9450557628
ताजातरीन खबरों के लिए गूगल पर जाएँ Click On tarkeshwartimes.page