भड़काऊ पोस्ट पर होगी सख्त कार्यवाही, अयोध्या फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर पैनी नजर
एसएमआरसी यानी सोशल मीडिया कमांड रिसर्च सेंटर के ज़रिए हर पल आपके पर पोस्ट पर रहेगी नज़र
फैसले के लिए अब सिर्फ चार सुप्रीम तारीख़ें ही शेष हैं
यदि आपने व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ है या व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते है तो हमारी यह खबर आपके लिए खास साबित हो सकती है।
( नरेन्द्र पण्डित )
मेेेरठ (उ0प्र0) । अयोध्या फैसले से पहले प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सभी लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए किसी तरह की कोई भ्रांति ना फैलाएं, साथ ही आपस में शांति सौहार्द का वातावरण बनाया जाए।
उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर एसएमआरसी यानी सोशल मीडिया कमांड रिसर्च सेंटर बनाया गया है, वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एसएमआरसी का कार्यालय बनाया गया है, जिसका कार्य केवल और केवल सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग ही करना है और अयोध्या फैसला आने से पहले सभी तरह की सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी बनाये रखना है।
खासतौर पर व्हाट्सएप ग्रुप चलाने वालों को हिदायत दी है, उनका कहना है कि यदि किसी भी व्हाट्सएप ग्रुप पर कोई भड़काऊ पोस्ट नजर आई तो उसकी जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन की होगी।
ग्रुप एडमिन के खिलाफ ही सबसे पहले कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा कि ग्रुप एडमिन के खिलाफ कार्रवाई इसलिए की जाएगी क्योंकि वह एक प्लेटफॉर्म तैयार कर दूसरे लोगों को परोस रहा है और यदि कोई भी किसी तरह की गलत पोस्ट करता है तो निश्चित तौर पर उसका जिम्मेदार ग्रुप एडमिन को ही माना जाएगा।
उन्होंने बताया कि सभी व्हाट्सएप ग्रुप चलाने वालों को चाहिए कि व्हाट्सएप की सेटिंग के जरिए इस तरह की सेटिंग की जाए ताकी केवल ग्रुप एडमिन ही कोई भी पोस्ट व्हाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट कर सके।
एसपी सिटी ने बताया कि इसके लिए बुधवार को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है, ताकी सभी व्हाट्सएप ग्रुप चलाने वाले इसका विशेष ध्यान रखें। इस सम्बन्ध में एसपी सिटी मेरठ मीडिया के जानकारी दी है वीडियो देखने के लिए नीचे लिखे लिंक पर क्लिक करें : -
यह भी सनद रहे कि व्हाट्सएप ग्रुप ही नहीं, यदि आप पर्सनली भी किसी के व्हाट्सएप पर भड़काऊ/ आपत्तिजनक पोस्ट भेजते है तो भी आप पकड़ें जायेंगे।
भड़काऊ पोस्ट ग्रुप भेजने से बचें और दूसरों को भी सलाह दे, ज्यादातर ग्रुप ऐडमिनो ने ग्रुप की सेटिंग चेंज कर दी है, आपने अपने ग्रुप की सेटिंग अभी चेंज नही की है तो कृपया सबसे पहले सेटिंग चेंज कर किसी भी प्रकार की असुविधा से बचें, यह भी सुनिश्चित करें कि आपके अलावा दूसरे एडमिन भी विश्वास करने योग्य है या नही, अगर ज़रा भी संदेह हो तो उन्हें भी एडमिन पैनल से रिमूव करने में ज़रा भी संकोच ना करें।
सुप्रीम कोर्ट का अयोध्या पर फैसले की सिर्फ 4 तारीख़ें ही बची है, तो ध्यान से पहले ग्रुप का खास ध्यान रखे।