फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर का निधन

तारकेश्वर टाईम्स (हि.दै.)


कैंसर से जूझ रहे ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में मुंबई में निधन, अमिताभ ने ट्वीट कर कहा- वे चले गए ! ऋषि लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित थे, वे सितंबर में अमेरिका से इलाज कराके लाैटे थे



(विशाल मोदी) कपूर खानदान के अभिनेता ऋषि कपूर नहीं रहे। वे 67 साल के थे और कैंसर से जूझ रहे थे। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। बुधवार को इरफान खान के निधन की खबर से बॉलीवुड उबरा भी नहीं था कि ऋषि कपूर के जाने की खबर आ गई। 2018 में 27 साल बाद ऋषि कपूर के साथ ‘102 नॉट आउट’ फिल्म करने वाले अमिताभ बच्चन ने इस बारे में सबसे पहले ट्वीट किया।



ऋषि पिछले साल सितंबर में अमेरिका से भारत लौटे थे। वहां करीब एक साल तक उनका कैंसर ट्रीटमेंट चला था। चेस्ट इन्फेक्शन, सांस लेने में दिक्कत और बुखार के कारण बुधवार को उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सूत्रों के मुताबिक, उनकी हालत गंभीर होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन तड़के तीन बजे उन्होंने रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया था। सुबह 5 बजकर 20 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।जब उन्होंने अंतिम सांस ली, तब उनके साथ पत्नी नीतू और बेटे रणबीर मौजूद थे। 



पिछले गुरुवार से उनकी सेहत खराब बताई गई थी। उन्हें भर्ती भी कराया गया था, लेकिन चार घंटे बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। अस्पताल जाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें स्पेशल पास भी जारी किया था। उनकी मेडिकल रिपोर्ट बीएमसी और हेल्थ डिपार्टमेंट को भी भेजी गईं थीं।
2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। अमेरिका में पूरे वक्त उनके साथ पत्नी नीतू ही थीं। बेटा रणबीर कपूर कई बार उनसे मिलने न्यूयॉर्क गए थे। कुछ दिनों पहले ऋषि ने एक इंटरव्यू में कहा था, “अब मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। और कोई भी काम कर सकता हूं। सोच रहा हूं कि एक्टिंग दोबारा कब शुरू करूं। पता नहीं लोगों को अब मेरा काम पसंद आएगा भी या नहीं। न्यूयॉर्क में मुझे कई बार खून चढ़ाया गया था। तब मैंने नीतू से कहा था- उम्मीद करता हूं कि नए खून के बावजूद मैं एक्टिंग नहीं भूलूंगा।”  



ऋषि कपूर फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। एक बार जब वे दिल्ली में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने गए थे तो उन्हें वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय खुद ऋषि ने कहा था कि वे "संक्रमण" से पीड़ित थे। मुंबई लौटने के बाद उन्हें फिर से वायरल बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी तबीयत जल्दी सुधर जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।
सोशल मीडिया परलॉजिकल और अग्रेसिव कमेंट्स के लिए मशहूर ऋषिने 2 अप्रैल के बाद ट्विटर अकाउंट पर कुछ भी पोस्ट नहीं किया। उन्होंने बीतेदिनों दीपिका पादुकोण के साथ हॉलीवुड फिल्म "द इंटर्न" के रीमेक में काम करने की घोषणा भी की थी।
चिंटू के नाम से मशहूर ऋषि का जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ था। वे राज कपूर के दूसरे नंबर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते थे। उन्होंने मुंबई के कैंपियन स्कूल और अजमेर के मेयो कॉलेज में अपने भाइयों के साथ पढ़ाई की। रणधीर कपूर उनके बड़े भाई और राजीव कपूर उनके छोटे भाई हैं। ऋषि और नीतू के दो बच्चे हैं रणबीर कपूर और रिदीमा कपूर।
ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में 1970 में अपने पिता की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' से डेब्यू किया थ। इस फिल्म में ऋषि ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया था। 
ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में बतौर लीड एक्टर शुरुआत 1973 में फिल्म बॉबी से की थी। अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया। बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया। ऋषि अपने जमाने के चॉकलेटी हीरो में से एक थे। उन्होने बॉलीवुड की कई रोमांटिक हिट फिल्में दीं। ऋषि ने पत्नी के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया।   



ऋषि कपूर ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ निर्देशित की। ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार निभाया था, लेकिन फिल्म अग्निपथ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हैरान रह गए। ऋषि को फिल्म ‘अग्निपथ’ के लिए आईफा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।
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