प्रेरणा काढ़ा से कोरोना को मात देंगी समूह की महिलाएं


 साऊंघाट की महिला स्वयं सहायता समूह ने की पहल, सस्ता और लाभकारी होने के कारण लोगों में बन रहा लोकप्रिय


(वन्दना शुक्ला) 


बस्ती (उ.प्र.) । कोरोना से जंग में एक स्वंय सहायता समूह ने एक और नई पहल की है। मॉस्क बनाने के साथ ही अब उन्होंने कोरोना से बचाव में इस्तेमाल होने वाला काढ़ा बनाना शुरू किया है। साऊंघाट ब्लॉक की जय मां वैष्णो महिला स्वंय सहायता समूह बनकसही ने प्रेरणा काढ़ा के नाम से इसका उत्पादन शुरू भी कर दिया है। यह काढ़ा पूरी तरह से देसी फार्मूले पर बना है। सस्ता व लाभकारी होने के कारण लोगों में अब यह लोकप्रिय बन रहा है।   



समूह से जुड़ीं सरोज चौधरी ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए लोग मॉस्क लगाने व सैनेटाइजर का प्रयोग करने के साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने के लिए काढ़ा का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। ज्यादातर लोग सुने-सुनाए फामूले पर घर पर ही खुद इसे बनाते हैं। सही फार्मूला न जानने के कारण काढ़े से जितना फायदा मिलना चाहिए, नहीं मिल पा रहा है। बाजार में इम्युनिटी बढ़ाने वाले जो पेय उपलब्ध हैं, वह काफी महंगे हैं।  



एनआरएलएम के उपायुक्त राम दुलार व जिला मिशन प्रबंधक एमबी पाल, साऊंघाट के ब्लॉक मिशन प्रबंधक राजन श्रीवास्तव ने इसे बनाने के लिए प्रेरित किया तथा आयुष मंत्रालय की ओर से प्रस्तावित काढ़ा बनाने का फार्मूला व बनाने का तरीका भी बताया। सभी आवश्यक सामग्री बाजार में उपलब्ध हैं। मिश्रण बनाने व पैकिंग का कार्य समूह की किसलावती, किरन, मिसलावती व उर्मिला कर रही हैं। फिलहाल मांग पर उसकी आपूर्ति विभागों में की जा रही है। इसका दाम भी इतना मुनासिब रखा गया है कि आम आदमी की पहुंच में यह हो। काढ़े का इस्तेमाल पैकेट पर लिखी खुराक या चिकित्सक की राय से इस्तेमाल कर सकते हैं। 



पांच महिलाएं कर रही हैं काम


स्वंय सहायता समूह में एक दर्जन से ज्यादा महिलाएं काम कर रही हैं। काढ़ा बनाने में पांच महिलाएं लगी हैं। काढ़े में इस्तेमाल होने वाली चीजों की साफ-सफाई व फार्मूले के अनुसार काढ़ा तैयार करने से लेकर उसकी पैकिंग तक का काम महिलाएं ही कर रही हैं। आने वाले समय में इसे बड़े पैमाने पर बनाने की योजना है। इस व्यवसाय से स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया हो रहा है। 


काढ़ा में मिलाई जाने वाली सामग्री


प्रेरणा काढ़ा में तुलसी, गिलोय, दाल चीनी, कालीमिर्च, सोंठ व तेज पत्ता मिलाया जा रहा है। 5-7 ग्राम मिश्रण को दो कप पानी में धीमी आंच पर उबाला जाता है। जब पानी आधा रह जाए तो उसे छानकर सुबह-शाम चाय की तरह सेवन किया जा सकता है।


क्या कहते हैं चिकित्सक


आयुर्वेदिक अस्पताल कोर्ट एरिया के मेडिकल ऑफिसर डॉ. वीके श्रीवास्तव का कहना है कि इस समय बचाव के साथ इम्युनिटी बढ़ाने के लिए काढ़े का इस्तेमाल काफी कारगर होगा। प्रेरणा काढ़ा बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल किया जा रहा है वह सभी सेहत के लिए फायदेमंद हैं।


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