पं. सुरेश शास्त्री की भागवत कथा में जन्में कृष्ण
(अनूप पाण्डेय)
हरैया (बस्ती) । भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय से ही क्रूर अत्याचारी कंस के अत्याचार से प्रजा को मुक्ति पाने का समय आ गया था। श्री कृष्ण की सभी लीलाएं एक श्रेष्ठ और सफल जीवन का उदाहरण हैं।
स्थानीय राजघाट हरैया में राम बहाल सोनकर के आवास पर चल रही संगीतमय भागवत कथा में कथावाचक पंडित सुरेश शास्त्री जी ने कृष्ण जन्म की कथा का मार्मिक वर्णन किया। कथा में कृष्ण जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। कथा में नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल के सरीखे भजनों पर सब लोग झूमने लगे।कथा में कृृष्ण जन्म नंदबाबा की झांकी सजाई गई। कथा में महाराज ने कहा कि वासुदेव -देवकी मथुरावासियों को दुराचारी कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान ने कृृष्ण जन्म लिया।
भगवान श्रीकृष्ण का अवतार जीव को जीव से प्रेम करना सिखाता है। कृष्ण ने कई लीलाओं के माध्यम से लोगो को संदेश दिये है। इन लीलाओं सार समझने वाला व्यक्ति सदैव जीवन में सुखी रहता है जीव को आत्मा की शांति के लिए प्रभु की शरण में जाने की इच्छा रहती है, लेकिन मनुष्य में व्याप्त, तृष्णा, लोभ, पाप जैसी जैसी कई प्रवृत्तियां उसे प्रभु की शरण से दूर करती है। जीव तभी मुक्ति पा सकता है जब वो भागवत कथा का श्रवण करें।देश दुनिया की खबरों के लिए गूगल पर जाएंलॉग इन करें : - tarkeshwartimes.page
सभी जिला व तहसील स्तर पर संवाददाता चाहिए
मो. न. : - 9450557628