ईमानदारी, नीति और नीयत की बदौलत चुनाव जीतेंगे कांग्रेस प्रत्याशी अम्बिका सिंह व देवेन्द्र श्रीवास्तव

 

                        (सुधीर श्रीवास्तव)

बस्ती (उ.प्र.)। स्थानीय रफी अहमद किदवई कांग्रेस भवन जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी के जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा है कि पार्टी नेतृत्व ने निष्ठावान, जुझारू और जन सरोकारों से जुड़े चरित्रवान प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है। जनता नफरत की राजनीति करने वालों के मंसूबों को समझ चुकी है। जनता को अमन चैन, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार चाहिए। श्री वर्मा 308 विधानसभा क्षेत्र कप्तानगंज के प्रत्याशी पूर्व विधायक अम्बिका सिंह और 310 बस्ती सदर प्रत्याशी देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। नेताओं ने कहा कि जनता नीति, नीयत और ईमानदारी की राजनीति पसन्द करती है, लेकिन राजनैतिक दलों ने जनता को जाति और धर्म की खाई में ढकेल दिया है। जनता सब समझ चुकी है। वरिष्ठ इंका नेता अम्बिका सिंह ने कहा कि अब मारने, काटने के भाषण वाली ओछी राजनीति नहीं चलेगी। देवेन्द्र श्रीवास्तव ने शिक्षा और स्वास्थ्य का मुद्दा उठाया।

  (पत्रकार वार्ता में अंकुर वर्मा, देवेन्द्र श्रीवास्तव और अम्बिका सिंह)
 कप्तानगंज से प्रत्याशी पूर्व विधायक अम्बिका सिंह ने कहा कि उन्होने कप्तानगंज सीट से 8 वीं और 9 वीं विधानसभा का चुनाव जीतकर 1985-90 में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने कहा कि जब हम पहली बार विधायक हुये तो हमें टूटाफूटा कप्तानगंज मिला था। क्षेत्र में सड़कें नही थीं। बाढ़ से जनजीवन की भारी तबाही होती थी। हमने सड़कों का जाल बिछाया। बांध बनवाकर क्षेत्रीय जनता को बाढ़ से राहत दी। आंगनवाड़ी सेण्टर बनवाये और ग्राम पंचायतों को मजबूत किया। कप्तानगंज में पहला वाटर हेंड टैंक बनवाया। पिछले 30 साल से कप्तानगंज का विकास ठप है। सड़कें खस्ताहाल हैं। सरकार ने गड्ढामुक्त सड़कों का जितना अखबारों में विज्ञापन छपवाया उतने बजट से सड़कें गड्ढामुक्त हो सकती थीं।
 अम्बिका सिंह ने कहा कि बुनियादी विकास को दरकिनार कर कागजों में विकास योजनायें चलती रहीं। क्षेत्र के किसी अस्पताल में रोगियों को इमरजेंसी में सेवायें नही मिलतीं। उन्हे भागकर जिला अस्पताल आना पड़ता है। अस्पताल में मशीनें बंद हैं, दवाइयों और जांच के लिये जनता को निजी दुकानों और जांच केन्द्रों पर निर्भर रहना पड़ता है। अस्पतालों में दलालों की भरमार है। कांग्रेस नेता ने कहा जनता ने भरोसा जताया तो इलाके में एक सुव्यस्थित महिला अस्पताल स्थापित करवायेंगे। सड़कों की समस्या दूर होगी और जनता को जाति धर्म, पाकिस्तान और जिन्ना के नाम पर समाज को बांटने और नफरत फैलाने वाली राजनीति से छुटकारा मिलेगा।

बस्ती सदर से कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि वे सालों से लगातार जनता के बीच हैं। चौपाल, पदयात्रा और डोर टु डोर कैंपन के जरिये लाखों लोगों से मिल चुके हैं। हर तरफ भाजपा नेताओं को लेकर जनता में गुस्सा है। सत्ताधारी दल के नेता बुनियादी सवालों और मुद्दों पर बातचीत करने से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा भाजपा में लोकतंत्र नही है, वहां नेताओं को मौन कर दिया जाता है। जिन्हें जनता ने चुनकर भेजा वे 5 साल तक अपनी बात सदन में नही रख पाये। इक्का दुक्का नेताओं ने मुंह खोला तो पूरे कार्यकाल तानाशाहों के निशाने पर रहे। उन्होंने सदर विधानसभा की बदहाली बयां करते हुये कहा कि सड़कें पैदल चलने लायक भी नही रह गयी हैं। गावों में बने सरकारी भवनों में भूसा रखा जा रहा है। जिले में बने अधिकांश सामुदायिक शौचालयों में ताला लटक रहा है।

देवेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में एक भी कम्यूनिटी सेण्टर नही हैं जहां गरीब अपनी बेटी की शादी कर सके। नगरपालिका, जिला पंचायत और जनप्रतिनिधि इस दिशा में उदासीन रहे। नगरपालिका में कम्यूनिटी सेण्टर बनाया गया था, जिसे नगरपालिका ने अपना दफ्तर बना लिया। ब्लाक प्रमुख और पंचायत चुनावों में सत्ता का जमकर दुरूपयोग किया गया। पहली बार देखा गया जब लोग अपना नामांकन तक नही कर पाये। उन्हें पुलिस थानों में बैठाये रखा गया। जब नामांकन का समय समाप्त हुआ तब छोड़ा गया। ऐसी घटिया राजनीति से जनता को छुटकारा मिलने जा रहा है। उन्होंने  कहा कि विकास के नाम पर जनता से वोट मांग रहे हैं। जनविश्वास मिला तो किसी भी तरह का पक्षपात नही होगा, और दुर्भावनाओं से ऊपर उठकर क्षेत्र का विकास कराया जायेगा।

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