तीन महीने में 4 बार बिकी 14 साल की लड़की, 12 से अधिक लोगों ने किया रेप, सरगना व खरीददार सहित 5 गिरफ्तार
(बृजवासी शुक्ल)
कानपुर। पुलिस ने लड़कियों को अगवा करने वाले एक गैंग को गिरफ्तार किया है। गैंग के सरगना मुस्लिम पति-पत्नी हैं। ये लोग हिंदू बनकर घर से भागने वाली और परेशान मिलने वाली लड़कियों को किडनैप कर बेच देते थे। पूछताछ में पता चला कि यह गैंग अब तक 12 लड़कियों का सौदा कर चुका है। पुलिस ने गैंग के चंगुल से 14 साल की लड़की को छुड़ाया। इस लड़की को 4 बार अलग-अलग लोगों को बेचा गया। आखिर में उसे एक बाप ने अपने बेटे के लिए 70 हजार रुपए में खरीदा था। दोनों उससे रेप करते थे। पुलिस की मानें, तो 3 महीनों में 12 से ज्यादा लोगों ने उस लड़की के साथ रेप किया है। पुलिस ने सरगना समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
डिप्टी पुलिस कमिश्नर सेंट्रल रवींद्र कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गैंग का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अक्टूबर, 2022 में रायपुरवा थाना क्षेत्र से 14 साल की किशोरी लापता हो गई थी। परिवार वालों ने मोहल्ले के युवक पर बहला-फुसलाकर भगा ले जाने की एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो लड़कियों को अगवा करके बेचने वाले गैंग का पता चला। जांच में सामने आया कि एटा का इकबाल उर्फ राजू अपनी पत्नी चांदनी उर्फ पूजा के साथ मिलकर गैंग चलाता है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दोनों को धर दबोचा। पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि किशोरी घर से नाराज होकर भाग गई थी। तभी बस अड्डे पर गैंग ने उस किशोरी को किडनैप कर लिया। कुछ दिन अपने पास रखने के बाद गैंग से जुड़े बदायूं के धनपाल, उसके साथी गूड्डू और मिर्जापुर के हरि सिंह के जरिए उसे बेच दिया। इसके बाद पुलिस ने बिचौलियों के साथ खरीदार के घर पर छापा मारा। किशोरी को बदायूं के नत्थूलाल के घर से बरामद किया गया। नत्थू ने बताया कि उसने अपने बेटे के लिए किशोरी को गैंग के सदस्यों से 70 हजार रुपए में खरीदा था। पुलिस ने खरीदार से लेकर सभी बिचौलियों को अरेस्ट कर लिया।तीन महीनों से रेप कर रहे थे बाप-बेटे किशोरी ने बताया, ''दोनों बाप-बेटे तीन महीनों से मुझसे रेप कर रहे थे। चांदनी और इकबाल ने मुझे बेच दिया था। मैं 4 बार बेची गई। बिकते हुए मैं नत्थूलाल के पास पहुंची। आज तक मेरे साथ 12 से ज्यादा लोगों ने रेप किया है।''हिंदू बनकर लड़कियों काे कर रहे थे अगवा
रवींद्र कुमार ने बताया, जांच के दौरान चौंकाने वाली बात सामने आई है। गैंग का सरगना इकबाल और उसकी पत्नी चांदनी हिंदू बनकर लड़कियों और महिलाओं को झांसे में लेती थी। इसके चलते इकबाल ने अपना नाम बदलकर राजू और चांदनी ने अपना नाम पूजा रख लिया था। जिससे किसी को उन पर शक न हो। गैंग की महिलाएं रेलवे स्टेशन, बस अड्डे से लेकर शहर के अलग - अलग हिस्सों में सक्रिय रहती थीं। अगर कोई किशोरी या युवती घर से भागकर आई होती थी या परेशान होती, तो पहले उसे रोजगार और अच्छी जिंदगी का झांसा देकर उसका सहारा बनते। इसके बाद उसे गैंग के सदस्यों के जरिए यूपी और बिहार समेत कई प्रदेश के जिलों में 50 हजार से 1 लाख रुपए में बेच देते थे।
डीसीपी रवीन्द्र कुमार ने बताया कि गैंग के सदस्य उसे नशीला पदार्थ देकर अलगय- अलग जिलों में ले गए थे। जिससे कि वह शोर और विरोध नहीं कर सके। इसके साथ ही मादक पदार्थ भी खिला देते थे। जिससे वह अचेत अवस्था में रहती थी।ये आरोपी किए गए गिरफ्तार
गैंग का सरगना 40 साल का इकबाल उर्फ राजू निवासी ग्राम सराय अगहत, थाना नया गांव का रहने वाला है। गैंग में शामिल 37 साल की चांदनी उर्फ पूजा सरगना इकबाल उर्फ राजू की पत्नी है। लड़कियों को झांसे में लेना उसकी अहम भूमिका थी। गैंग में शामिल बिचौलिया 54 साल का धनपाल निवासी हरेंडी थाना उसैहत जिला बदायूं लड़कियों को बेचने में कमीशन लेता था। गैंग में शामिल 40 साल का गूड्डू निवासी भकरौली थाना उसैहत जिला बदायूं का रहने वाला भी बिचौलिए की भूमिका में था। गैंग में शामिल 32 साल का हरि सिंह निवासी नई बस्ती भौती कीलापुर थाना जिला मिर्जापुर निवासी भी बिचौलिए की भूमिका में था। मौजूदा समय में 55 साल का नत्थूलाल निवासी कलिया काजिमपुर थाना कुंवरगांव बदायूं ने अपने बेटे के लिए किशोरी को खरीदा था। बाप-बेटे मिलकर उसका यौन उत्पीड़न कर रहे थे।
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